ध्यान को बनाएं दिनचर्या का हिस्सा : डॉ. हर्ष वर्धन, केंद्रीय मंत्री

ध्यान को बनाएं दिनचर्या का हिस्सा : डॉ. हर्ष वर्धन, केंद्रीय मंत्री योग से आती है सकारात्मकता, दूर होता है भय : डॉ. नवदीप जोशी कोरोना काल में एमसीयू ने किया स्वस्थ्य के प्रति जागरूकता लाने का काम : प्रो. केजी सुरेश एमसीयू में ‘कोविड-19: नादयोग एवं प्राकृतिक चिकित्सा’ पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का…

सिनेमा में पृष्ठभूमि की वास्तविकता दिखाना चुनौतिपूर्ण है – कामाख्या नारायण

सिनेमा में पृष्ठभूमि की वास्तविकता दिखाना चुनौतिपूर्ण है – कामाख्या नारायण सिनेमा के माध्मय से अछूती और महत्वपूर्ण सूचनाएं लोगों के बीच पहुंचाएं – प्रो. के.जी. सुरेश आंतरिक शक्ति के माध्यम से हम किसी भी महामारी को जीत सकते हैं – मीना अग्रवाल सिनेमैटिक कम्युनिकेशन पर फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम संपन्‍न भोपाल, 18 जून, 2021: माखनलाल…

एडिटिंग सिनेमैटिक की बैकबोन है – अनिमेश सहाय

एडिटिंग सिनेमैटिक की बैकबोन है – अनिमेश सहाय सही एडिटिंग कहानी को गुणवत्तापूर्ण बनाती है – डॉ. चंदन गुप्ता शूटिंग में हाथ खुले रहते है जबकि एडिटिंग में हाथ बंधे रहते है – पी. के. निगम एमसीयू में सिनेमैटिक कम्युनिकेशन पर एफडीपी प्रोग्राम भोपाल, 17 जून, 2021:  एमसीयू में सिनेमैटिक कम्युनिकेशन पर रहे एफडीपी प्रोग्राम के अंतर्गत…

कोविड-19 के विरुद्ध डिजिटल शपथ अभियान

कोविड-19 के विरुद्ध डिजिटल शपथ अभियान दो लाख लोगों से शपथ दिलाने का लक्ष्य भोपाल, 16 जून, 2021: लोकसंवाद संस्था जयपुर एवं यूनिसेफ राजस्थान की पहल पर देश की दर्जन भर शैक्षिक संस्थाओं ने मिलकर कोविड-19 को लेकर एक डिजिटल शपथ अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार…

फिल्म निर्देशक कैमरे को कलम की तरह उपयोग करता है – आदित्य सेठ

फिल्म निर्देशक कैमरे को कलम की तरह उपयोग करता है – आदित्य सेठ फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में फिल्म निर्माण की बारीकियों पर चर्चा सिनेमैटिक कम्युनिकेशन पर एफडीपी प्रोग्राम का दूसरा दिन भोपाल, 15 जून, 2021:  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय द्वारा एआईसीटीई ट्रेनिंग एंड लर्निंग (ATAL) अकादमी के सहयोग से आयोजित पांच दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के…

देश की आत्मा है भाषायी पत्रकारिता : संजय अभिज्ञान

देश की आत्मा है भाषायी पत्रकारिता : संजय अभिज्ञान साक्ष्य आधारित पत्रकारिता के लिए जाना जाता है प्रिंट मीडिया : प्रो. केजी सुरेश ‘प्रिंट मीडिया में अवसर’ विषय पर एमसीयू में हुआ व्याख्यान भोपाल, 15 जून, 2021: कोरोना संकट के दौर में समाचार पत्रों के समक्ष चुनौतियां हैं,परन्तु इस विषम परिस्थिति से जूझते हुए प्रिंट…

सिनेमा में सेंसरशिप की जगह रेगुलेशन की आवश्यकता: राहुल रवैल

सिनेमा में सेंसरशिप की जगह रेगुलेशन की आवश्यकता: राहुल रवैल सार्थक और प्रभावी सिनेमा बनाने आगे आए युवा प्रतिभा: प्रो. केजी सुरेश फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में जाने-माने फिल्मकार राहुल रवैल का संवाद भोपाल, 14 जून, 2021: ओटीटी प्लेटफार्म पर अपराध, असामाजिकता और अनैतिकता का महिमामंडन उचित नहीं है। हालांकि मैं सेंसरशिप का समर्थन नहीं करता, उसके लिए…

हिंदुस्तान का भविष्य उज्ज्वल, युवा उसके निर्माता – डॉ. हरीश शेट्टी

हिंदुस्तान का भविष्य उज्ज्वल, युवा उसके निर्माता – डॉ. हरीश शेट्टी जीवन सांप-सीढ़ी का खेल, आते हैं उतार-चढ़ाव – प्रो. के.जी. सुरेश भोपाल, 12 जून, 2021: स्वीकार्यता जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है। समय के साथ बदलाव को अपनाइए, इससे भागिए नहीं। डर को स्वीकार करना साहस का कार्य है। देश के जाने-माने मनोचिकित्सक डॉ. हरीश शेट्टी ने सफल और खुशहाल…

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में नए सत्र 2021-22 के लिए प्रवेश अधिसूचना जारी

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में नए सत्र 2021-22 के लिए प्रवेश अधिसूचना जारी 7 पाठ्यक्रम नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप होंगे फिल्म और ग्रामीण पत्रकारिता में दो नए पी.जी. डिप्लोमा प्रारंभ भोपाल, 07 जून, 2021: एशिया के पहले पत्रकारिता शिक्षा विश्वविद्यालय के रूप में प्रतिष्ठित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय आगामी नए शैक्षणिक सत्र 2021-22 से नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति…

भारत में भगवान मंदिरों में नहीं प्रकृति में विद्यमान थे – डॉ राजेंद्र सिंह

भारत में भगवान मंदिरों में नहीं प्रकृति में विद्यमान थे – डॉ राजेंद्र सिंह पर्यावरण संरक्षण के लिए सस्टेनेबल डेवलपमेंट ही उपाय है – सुरेश श्रीवास्तव पर्यावरण संरक्षण में युवा पत्रकार समाज में चेतना लाएं – प्रो. केजी सुरेश पर्यावरण सुधार के लिए तपस्या और जुनून चाहिए – दीपक पर्वतयार भोपाल, 05 जून, 2021: भारत…