डिजिटल क्रान्ति के युग में सोशल मीडिया सबसे बड़ा औजार : श्री उमेश उपाध्याय

डिजिटल क्रान्ति के युग में सोशल मीडिया सबसे बड़ा औजार : श्री उमेश उपाध्याय सोशल मीडिया के कारण मीडिया का लोकतंत्रीकरण : कुलपति प्रो केजी सुरेश भोपाल, 21 दिसम्‍बर, 2021: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के नवीन मीडिया प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से मंगलवार को विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। ‘सोशल मीडिया’…

फिल्म पत्रकारिता, पीजी डिप्लोमा में प्रवेश की अंतिम तिथि कल

फिल्म पत्रकारिता, पीजी डिप्लोमा में प्रवेश की अंतिम तिथि कल प्रख्यात फिल्म निर्माता अशोक शरण ने किया पोस्टर विमोचन देश का पहला विश्वविद्यालय जहां फिल्म पत्रकारिता का कोर्स – प्रो. केजी सुरेश भोपाल, 20 दिसम्‍बर, 2021: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में फिल्म पत्रकारिता के एक वर्षीय पीजी डिप्लोमा सांध्यकालीन पाठ्यक्रम में यदि…

एमसीयू में पीजी डिप्लोमा (फिल्म जर्नलिज्म), 21 दिसंबर तक कर सकते हैं आवेदन

एमसीयू में पीजी डिप्लोमा (फिल्म जर्नलिज्म), 21 दिसंबर तक कर सकते हैं आवेदन भोपाल, 15 दिसम्‍बर, 2021: यदि आप फिल्म जर्नलिज्म में पीजी डिप्लोमा करना चाहते हैं, तो माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में आवेदन कर सकते हैं। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. (डॉ.) अविनाश वाजपेयी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह सांध्यकालीन…

आँखे अनमोल हैं, इसका ख्याल रखें – कुलपति प्रो. केजी सुरेश

आँखे अनमोल हैं, इसका ख्याल रखें – कुलपति प्रो. केजी सुरेश पत्रकारिता विश्वविद्यालय में लगा निशुल्क चिकित्सा शिविर भोपाल, 10 दिसम्‍बर, 2021: हमारा शरीर हमारे लिए सबसे कीमती है, इसलिए हमें हमारे शरीर का बहुत ध्यान रखना चाहिए। इनमें सबसे प्रमुख हमारी अनमोल आंखे और दांत हैं। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में…

पत्रकारिता के विद्यार्थी भावुक होकर पत्रकारिता न करें – कुलपति प्रो. के. जी. सुरेश

पत्रकारिता के विद्यार्थी भावुक होकर पत्रकारिता न करें – कुलपति प्रो. के. जी. सुरेश आरटीआई से भ्रष्टाचार में कमी आई है – केंद्रीय सूचना आयुक्त उदय माहुरकर जितना आप पढ़ेंगे उतना ही अच्छे पत्रकार बनेंगे – डॉ. विकास दवे आप कंपनियों का यूज नहीं करते,कंपनियां आपका करती हैं – प्रो. उमेश आर्य कन्टेन्ट डाक्यूमेंट्री का…

इमोजी ने सुख-दुख की परिभाषा बदल दी है – कुलपति प्रो. के.जी. सुरेश

इमोजी ने सुख-दुख की परिभाषा बदल दी है – कुलपति प्रो. के.जी. सुरेश न्यू मीडिया के बाद मीडिया आयोग का गठन होना चाहिए – हर्षवर्धन त्रिपाठी विद्यार्थी ताव और जोश का सहीं उपयोग करें – सुशांत सिन्हा कारपोरेट कम्युनिकेशन में कैरियर की बहुत संभावनाएं हैं – के.एम. प्रशांत स्वतंत्रता आंदोलन में मध्यप्रदेश की पत्रकारिता की…

पत्रकारिता के पाठ्यक्रमों में इतनी वैरायटी किसी विश्वविद्यालय में नहीं – कुलपति प्रो. केजी सुरेश

पत्रकारिता के पाठ्यक्रमों में इतनी वैरायटी किसी विश्वविद्यालय में नहीं – कुलपति प्रो. केजी सुरेश अच्छा पत्रकार बनना है तो संकल्प लें, महत्वाकांक्षा पालें  – पद्मश्री विजयदत्त श्रीधर पत्रकारिता में शस्त्रों से नहीं, शब्दों से लड़ाई होती है – प्रो. कुलदीप चंद्र अग्निहोत्री सूचनाओं के संधारण से नहीं, मन और बुद्धि से आते हैं संस्कार…