साहित्य के बिना पत्रकारिता संस्कारविहीन : प्रो. केजी सुरेश

साहित्य के बिना पत्रकारिता संस्कारविहीन : प्रो. केजी सुरेश पटना, 11 अक्‍टूबर, 2021: पत्रकारिता में उन्माद, विद्वेष का कोई स्थान नहीं है। पत्रकारिता की भाषा संयम और संस्कार की भाषा होनी चाहिए, जिसमें पत्रकारिता को साहित्य से अपने टूटे रिश्ते को फिर से जोड़ना होगा। साहित्य के बिना पत्रकारिता संस्कारविहीन है। ‘पत्रकारिता और साहित्य’ विषय…

सीईसी का संबद्ध सदस्य होगा एमसीयू

सीईसी का संबद्ध सदस्य होगा एमसीयू शैक्षिक संचार संघ और माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता और संचार विश्वविद्यालय, भोपाल के बीच एमओयू भोपाल, 06 अक्‍टूबर, 2021: एशिया के पहले पत्रकारिता विश्वविद्यालय माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता और संचार विश्वविद्यालय, भोपाल ने आज उच्च शिक्षा स्तर पर शिक्षण और सीखने की प्रथाओं को सुविधाजनक बनाने और मल्टीमीडिया शैक्षिक सामग्री विकसित…

गांधीजी के जीवन का नियामक तत्व था धर्म : श्री रामबहादुर राय

गांधीजी के जीवन का नियामक तत्व था धर्म : श्री रामबहादुर राय अपने भीतर के गांधी को जागृत करें हम : प्रो. केजी सुरेश स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव पर्व के अंतर्गत एवं गांधी जयंती के प्रसंग पर माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में विशेष व्याख्यान ‘गांधीजी की पत्रकारिता’ का आयोजन भोपाल, 02 अक्‍टूबर,…