‘ऑनलाइन शिक्षा : दशा और दिशा’ पर छात्रहित में मंथन
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में सभी संकाय सदस्यों ने किया विमर्श एवं मूल्यांकन
भोपाल, 04 दिसम्बर, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के सभी संकाय सदस्यों ने 4 दिसंबर को ‘ऑनलाइन शिक्षा : दशा और दिशा’ विषय पर मंथन किया। इसमें विश्वविद्यालय के नोएडा, रीवा और खंडवा परिसर के संकाय सदस्य भी शामिल रहे। कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण अध्ययन-अध्यापन ऑनलाइन मोड में है। यह नवाचार है। समय-समय पर इसकी समीक्षा आवश्यक है। ऑनलाइन शिक्षा का अधिकतम लाभ विद्यार्थियों को मिले, इसके लिए निरंतर मूल्यांकन और नवाचार आवश्यक है। कुलपति ने कहा कि जल्द ही शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा और ऑनलाइन प्लेटफार्म का उपयोग करने की प्रक्रिया पर ई-बुक प्रकाशित की जाएगी।
विश्वविद्यालय में आयोजित ऑनलाइन शिक्षा पर मंथन में शिक्षकों ने अपने अनुभव साझा किए। शिक्षकों ने बताया कि उन्हें क्या कठिनाई आ रही थी, जिनका समाधान उन्होंने किस तरह किया। इस विमर्श में शिक्षकों ने अपनी ओर से किये जा रहे नवाचारों को साझा किया। शिक्षकों ने बताया कि वे नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी, मूक, स्वयं, स्वयंप्रभा जैसे भारत सरकार के डिजिटल नवाचारों का उपयोग कर रहे हैं। शिक्षक विद्यार्थियों को ई-कंटेंट के रूप में वीडियो सामग्री, टेक्स्ट, पीडीएफ और नोट्स उपलब्ध करा रहे हैं। विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम से संबंधित संदर्भ सामग्री भी उपलब्ध कराई जा रही है।
शिक्षक ऑनलाइन क्लास के लिए गूगल मीट, गूगल क्लास रूम, गूगल वेबसाइट, गूगल फॉर्म, मूडल इत्यादि प्लेटफार्म का उपयोग कर रहे हैं। प्रैक्टिकल गतिविधियों में विद्यार्थियों को ऑनलाइन असाइनमेंट दिए जा रहे हैं। विद्यार्थियों ने इस बीच में ई-न्यूज़ पेपर, न्यूज़ प्रोग्राम, लघु फ़िल्म सहित अन्य अभ्यास कार्य किये हैं। इस अवसर पर शिक्षकों ने ऑनलाइन शिक्षा में आ रही समस्याओं को भी बताया। इस पर कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने समस्याओं के समाधान भी सुझाये हैं। तकनीकी बाधाएं दूर करने की बात भी उन्होंने कही। कुलपति ने कहा कि हम जल्द ही विश्वविद्यालय के केंद्रीय पुस्तकालय, अन्य संस्थाओं और प्राध्यापकों के सहयोग से ऑनलाइन कंटेंट की व्यवस्था भी बनाएंगे।