लाकडाउन के समय विद्यार्थियों को अपनी मातृभाषा के अलावा एक और भाषा सीखना चाहिए: उपराष्ट्रपति
भोपाल, सोमवार, 13 अप्रैल, 2020: भारत के उपराष्ट्रपति श्री वैंकया नायडू ने सोमवार को विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से संवाद करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को covid-19 की महामारी के दौरान लॉकडाउन के समय का सदुपयोग तीन विशेष बातों के लिए करना चाहिए।
- विद्यार्थियों को अपनी मातृभाषा के अलावा एक और भारतीय भाषा को सीखना चाहिए । यदि वे दक्षिण भारत के हैं तो उन्हें हिंदी सीखना चाहिए। अगर कोई हिंदी भाषी है तो उसे किसी दक्षिण भारत की भाषा या अपने किसी पड़ोसी राज्य की गैर हिंदी भाषा को सीखना चाहिए।
- विद्यार्थियों को अपने दैनंदिन के जीवन में कुछ व्यायाम तथा योग इत्यादि नियमित रूप से करते रहना चाहिए। इससे उन्हें शारीरिक ऊर्जा और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने में मदद मिलेगी।
- विद्यार्थियों को यह समय अपने बुजुर्गों विशेष तौर से अपने दादा-दादी, नाना-नानी के साथ समय बिता कर व्यतीत करना चाहिए। भारत की परिवार व्यवस्था की विशेषता यह है कि बुजुर्गों से ज्ञान नई पीढ़ी के बीच आता है। यह अच्छा समय है जब इस तरह के वैचारिक आदान-प्रदान के माध्यम से परिवार व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जा सके।
उपराष्ट्रपति ने आईआईपीए, दिल्ली विश्वविद्यालय, पंजाब विश्वविद्यालय, हैदराबाद विश्वविद्यालय, पांडिचेरी विश्वविद्यालय और माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपतियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस में यह बात कही।