जनसंपर्क यानी 24 घंटे, सातों दिन का काम : कुलगुरु प्रो. सुरेश
पीआर इज प्यार : डॉ. सुरेश दास
विश्व जनसंपर्क दिवस पर बदलती दुनिया में जनसंपर्क का भविष्य पर विशेष व्याख्यान
भोपाल, 16 जुलाई 2024: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में विश्व जनसंपर्क दिवस के अवसर पर “द फ्यूचर ऑफ पीआर इन द चेंजिंग वर्ल्ड” (बदलती दुनिया में जनसंपर्क का भविष्य) विषय पर विशेष व्याख्यान” का आयोजन किया गया। विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा आयोजित इस विशेष ऑनलाइन व्याख्यान की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. (डॉ.) के.जी. सुरेश ने की। जबकि मुख्य वक्ता पी.आर. गुरु डॉ. सुरेश गौर थे।
व्याख्यान की अध्यक्षता करते हुए कुलगुरु प्रोफेसर सुरेश ने कहा कि एमसीयू के जनसंपर्क विभाग के विद्यार्थी देश के विभिन्न बड़े संस्थानों में उच्च पदों पर कार्य कर रहे हैं, साथ ही कुछ प्रतिभाशाली विद्यार्थी तो नेतृत्व भी कर रहे हैं। उन्होंने जनसंपर्क के भविष्य के बारे में बोलते हुए कहा कि इसमें तकनीक और कंटेंट बहुत जरूरी है । प्रो. सुरेश ने कहा कि सोशल मीडिया के युग में तकनीक से पीआर बदल रहा है। इसमें रचनात्मकता बढ़ गई है। इसके साथ ही चुनौतियां भी बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि जनसंपर्क 24 घंटे सातों दिन और 365 दिन का काम है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश शासन ने विश्वविद्यालय को जनसंपर्क अधिकारी, मीडिया अधिकारियों एवं पत्रकारों को ट्रेनिंग देने के लिए अधिकृत किया है, जिसके तहत हमारे विश्वविद्यालय द्वारा उन्हें पीआर एवं इसके गुणों, विशेषताओं की जानकारी प्रशिक्षण के माध्यम से दी जाती है। कुलगुरु प्रो. सुरेश ने रेपुटेशन मैनेजमेंट और इमेज बिल्डिंग में पीआर को जरूरी बताते हुए इस क्षेत्र में करियर की अपार संभावनाएं बताई।
मुख्य वक्ता पीआर गुरु डॉ. सुरेश गौर ने कहा कि पीआर चार चीजों पर निर्भर करता है, तकनीक, विश्वास, कंटेंट और सोशल रिस्पांसिबिलिटी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सोशल मीडिया पर खूब पीआर हो रहा है। डॉ. गौर ने विभिन्न सोशल मीडिया साइट्स फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, लिंकडइन, व्हाट्स ऐप के आंकड़ों का विश्लेषण करते हुए बताया कि किस तरह विभिन्न संस्थाएं, कंपनियां पीआर का उपयोग कर रही हैं। उन्होंने पीआर प्रेक्टिस, भूमंडलीकरण, एआई, डेटा और डिजिटल कम्युनिकेशन के बारे में बात करते हुए कहा कि पीआर का भविष्य उज्जवल है।उन्होंने पीआर को प्यार बताते हुए कहा कि ये सबसे अच्छा फील्ड है।
व्याख्यान का संयोजन एवं आभार प्रदर्शन जनसंपर्क विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. पवित्र श्रीवास्तव, एवं संचालन निदेशक (प्रशिक्षण) डॉ. जया सुरजानी द्वारा किया गया। व्याख्यान में विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी, विद्यार्थी एवं मीडिया प्रोफेशनल्स ऑनलाइन जुड़े।