मीडिया आचार संहिता विधेयक सर्वसम्मति से पारित
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में युवा संसद प्रतियोगिता का आयोजन
भोपाल, 30 मार्च, 2019: पत्रकारिता की विश्वसनीयता को बढ़ाने, राष्ट्रीय महत्व के विषयों एवं संवेदनशील मुद्दों पर मीडिया कवरेज हेतु दिशा-निर्देश तय करने और फेक न्यूज पर नियंत्रण पाने के लिए युवा संसद में मीडिया के लिए आचार संहित पर सार्थक चर्चा हुई। सत्ता पक्ष एवं प्रतिपक्ष दोनों की ओर से इस बात पर सहमति जताई गई कि मीडिया की निष्पक्षता और स्वायत्तता को बनाए रखते हुए वर्तमान परिस्थितियों में मीडिया आचार संहिता विधेयक की आवश्यकता है। विधेयक प्रस्तुत करते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री आकाश द्विवेदी ने कहा कि यह विधेयक लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ को मजबूत बनाएगा। इस कानून के लागू होने के बाद पत्रकारिता की विश्वसनीयता और अधिक मजबूत हो सकेगी। लंबी चर्चा के बाद सदन में मीडिया आचार संहिता विधेयक को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। इसके साथ ही माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में आयोजित युवा संसद में पुलवामा, जम्मू-कश्मीर, नोटबंदी, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर भी सार्थक बहस हुई।
पं. कुंजीलाल दुबे राष्ट्रीय संसदीय विद्यापीठ की ओर से माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय में आयोजित युवा संसद में राष्ट्रपति का अभिभाषण भी हुआ। राष्ट्रपति समक्ष जैन ने अपने अभिभाषण में कहा कि युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने, सड़क, पानी बिजली, स्वच्छता जैसी मूलभूत सुविधा उपलब्ध करवाने में सरकार के अब तक के प्रयास सराहनीय रहे हैं। सरकार के प्रयासों से भ्रष्टाचार पर नियंत्रण लग गया है। शासकीय कामकाज में पारदर्शिता बढ़ी है। राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार के समक्ष नक्सलवाद, आतंकवाद, कुपोषण और गरीबी जैसी कई चुनौतियां हैं, जिनसे निपटने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। राष्ट्रपति ने पुलवामा आतंकी हमले में बलिदान हुए जवानों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने महात्मा गांधी की १५०वीं जयंती को व्यापक पैमाने पर मनाने का आह्वान भी किया।
प्रश्नकाल में जमकर हुई बहस :
प्रश्नकाल के दौरान प्रतिपक्ष की ओर से युवा सांसदों ने जरूरी और तीखे प्रश्न पूछे, जिनमें राष्ट्रीय सुरक्षा, महिला शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार के मुद्दे शामिल रहे। नोटबंदी पर सदन में जोरदार हंगामा हुआ। विपक्ष की ओर से सरकार पर आरोप लगाए गए कि सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक जैसी संस्था की स्वायत्तता में दखल देते हुए नोटबंदी जैसा गैर-जरूरी कदम उठाया, जिसके कारण देश की जनता और अर्थव्यवस्था को भारी परेशानी उठानी पड़ी। सत्ता पक्ष ने विपक्ष के सभी आरोपों को खारिज किया और नोटबंदी की उपलब्धियों को गिनाया। वहीं, विपक्ष की ओर से पुलवामा आतंकी हमले पर स्थगन प्रस्ताव लाया गया। जम्मू-कश्मीर की सांसद सुमैया खान ने पुलवामा आतंकी हमले को सरकार की असफलता बताया। सुश्री खान ने जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही हिंसक घटनाओं के लिए भी सरकार की नीतियों को जिम्मेदार बताया। इसके जवाब में गृहमंत्री बने विद्यार्थी आयुष ओझा ने बताया कि उनके कार्यकाल में आतंकी घटनाओं का मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए चलाई जा रही योजनाओं की उपलब्धियों को भी उन्होंने सदन में रखा। गृहमंत्री ओझा ने यह भी बताया कि पिछले चार-पाँच वर्षों में आतंकी घटनाओं में बहुत कमी आई है। इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री अजय पाटीदार ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के विषयों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। सत्ता और प्रतिपक्ष, दोनों को मिलकर राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत बनाने के प्रयास करने चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकियों और उनके आकाओं को सबक सिखाया है। वहीं, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव में नेता प्रतिपक्ष निशा यादव ने एसएससी स्कैम को उठाया। मानव संसाधन विकास मंत्री अंशिता त्रिपाठी ने इसका जवाब दिया।
युवा संसद की प्रस्तुति के दौरान निर्णायक मंडल में पंडित कुंजीलाल दुबे राष्ट्रीय संसदीय विद्यापीठ की संचालक डॉ. प्रतिमा यादव, मध्यप्रदेश विधानसभा सचिवालय के अवरसचिव श्री मुकेश मिश्रा, शासकीय राज्य स्तरीय विधि महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. बीके चौरसिया उपस्थित रहे। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम समन्वयक डॉ. आरती सारंग, युवा संसद के आयोजन के समन्वयक अरुण खोबरे एवं सहायक प्राध्यापक लोकेन्द्र सिंह राजपूत उपस्थित रहे। इस अवसर पर निर्णायक मंडल ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन भी किया।
इन्होंने निभाई युवा संसद में भूमिका :
समक्ष जैन (राष्ट्रपति), रश्मि प्रिया (सभापति), अजय पाटीदार (प्रधानमंत्री), आयुष ओझा (गृहमंत्री), अर्पित दुबे (संसदीय कार्यमंत्री), पूजा गुप्ता (वित्त मंत्री), लक्ष्मण कुमार (सूचना एवं प्रोद्योगिकी मंत्री), अंशिता त्रिपाठी (मानव संसाधन विकास मंत्री), आकाश द्विवेदी (सूचना एवं प्रसारण मंत्री), लीसा गंगवानी (विदेश मंत्री), चित्रांशी सक्सेना (महिला एवं बाल विकास मंत्री), निकिता ध्रुवे (कृषि मंत्री), ऋषव राय (सदस्य) एवं निशा यादव (नेता प्रतिपक्ष)। विपक्षी सांसद के रूप में सुमैया खान, दीप्ति तोमर, शोभित श्रीवास्तव, मानसी सिन्हा, विपिन तिवारी, विनय कुमार यादव, हिमांशु पांडे ने अपनी भूमिका निभाई। शशांक मणि पाण्डेय (महासचिव), प्रद्युम्न दांगी (प्रतिवेदक), राहुल विश्वकर्मा (प्रतिवेदक), ईशा अहमद (मार्शल) और सुमित वारबे (मार्शल)।