स्वास्थ्य में कैरियर के अवसर बढ़े हैं – कुलपति प्रो. केजी सुरेश
राष्ट्रीय सुरक्षा का महत्वपूर्ण अंग है स्वास्थ्य – एस के राउत
जिनोम सिक्वेनसिंक के माध्यम से लोग जान रहे हैं, भविष्य की बीमारियां – गौरव श्रीवास्तव
मीडिया मीमांसा के मन की बात एवं विकल्प के स्वास्थ्य विशेषांक का हुआ विमोचन
पत्रकारिता विश्वविद्यालय में स्वास्थ्य संसद 2023 की हुई शुरुआत
भोपाल, 28 अप्रैल, 2023: स्वास्थ्य को लेकर अब लोग गंभीर हो रहे हैं, और स्वास्थ्य में कैरियर के अवसर बढ़ गए हैं। ये कहना है माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ) केजी सुरेश का। विश्वविद्यालय के बिशनखेड़ी स्थित नवीन परिसर में आयोजित तीन दिवसीय स्वास्थ्य संसद 2023 के उद्घाटन अवसर पर सभापति के रुप में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज इस क्षेत्र में विशेषज्ञों की बहुत जरुरत है। वर्तमान में स्वास्थ्य एवं शिक्षा पर कम लिखे जाने पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि इस पर ज्यादा लिखे जाने की जरुरत है। गणेश शंकर सभागार में आयोजित हुए कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय की शोध पत्रिका मीडिया मीमांसा के मन की बात विशेषांक एवं पत्रकारिता विभाग द्वारा स्वास्थ्य पर आधारित विकल्प विशेषांक का विमोचन भी किया गया।
सर्वप्रथम कार्यक्रम में स्वस्थ भारत न्यास के अध्यक्ष आशुतोष कुमार सिंह ने स्वास्थ्य संसद 2023 की संपूर्ण परिकल्पना एवं वर्तमान समय में यह आयोजन क्यों महत्वपूर्ण है, इसके बारे में बताया। मध्यप्रदेश के पूर्व डीजीपी एवं कार्यक्रम के उपसभापति एस के राउत ने कहा कि स्वास्थ्य बहुत ही गंभीर विषय है, जिस पर मीडिया में चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने इस विषय पर कहा कि स्वास्थ्य, राष्ट्रीय सुरक्षा का महत्वपूर्ण अंग है। हेस्टैक एनालिटिक्स के को-फाउंडर एवं सीओओ गौरव श्रीवास्तव ने कहा कि जिनोम सिक्वेनसिंक के माध्यम से लोग जान रहे हैं कि भविष्य में क्या बीमारियां हो सकती है। उन्होंने इस विषय पर बहुत ही तथ्यपरक महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। हॉस्पिस जबलपुर की संस्थापिका, स्वामी ज्ञानेश्वरी दीदी ने कहा कि वे कई वर्षों से इस अभियान की साक्षी रही हैं। उन्होंने मीडिया की भूमिका पर विशेष बल दिया और कहा कि मीडिया को किसानों को इस विषय पर जागरुक करना चाहिए। प्रसिद्ध विज्ञान संचारक एवं आउटरीच संयोजक सी-20 (समाजशाला) डॉ. मनोज पटेरिया ने भी अपने महत्वपूर्ण विचार इस विषय पर व्यक्त करते हुए कहा कि आज मेडिकल टेररिज्म भी समाज के लिए एक बड़ा खतरा है और इस पर लोगों को जागरुक करने की आवश्यकता है। इससे पूर्व स्वस्थ भारत न्यास के संरक्षक एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र नई दिल्ली के अध्यक्ष पद्श्री राम बहादुर राय के द्वारा दिया गया संदेश सभागार में चलाया गया। इसके साथ ही राज्यसभा के उप सभापति श्री हरिवंश ने अपने संदेश में कहा कि भारत में स्वास्थ्य जागरुकता की दिशा में यह आयोजन सार्थक एवं सराहनीय है। आयोजन में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अविनाश वाजपेयी, विश्वविद्यालय में इस कार्यक्रम की संयोजक एवं पत्रकारिता विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. राखी तिवारी, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ रंगकर्मी एवं सहायक कुलसचिव विवेक सावरीकर ने किया।
शाम के सत्र में म.प्र. साहित्य अकादमी के उप निदेशक डॉ. सुरेंद्र सिंह विरहे एवं सामाजिक चिंतक मोहन ढकोनिया का सानिध्य का प्राप्त हुआ। इसके पश्चात प्रसिद्ध गायक एवं संगीतकार सरोज सुमन, प्रसिद्ध क्लासिकल गायिका सुमीता दत्ता, बॉलीवुड गायिका सुश्री कृतिका श्रीवास्तव के अपने गायन की प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया। इस सत्र का संचालन शाहजहांपुर के कवि एवं गीतकार अमित त्यागी ने किया।