एमसीयू में पुस्तक “सुन रही हो न तुम” का विमोचन
पूर्व विद्यार्थी व साहित्कार सुदर्शन व्यास की है काव्यकृति
रचनात्मकता हमेशा बनी रहनी चाहिए : कुलपति प्रो. केजी सुरेश
काव्य संग्रह युवाओं के लिए उपयोगी होगा : मनोज श्रीवास्तव
कविताएं प्रेम को सकारात्मक ढंग से लेने का माध्यम है : पंकज शुक्ल
भोपाल, 03 अक्टूबर, 2023: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में मंगलवार को पूर्व विद्यार्थी, युवा साहित्यकार व पत्रकार श्री सुदर्शन व्यास की पुस्तक “सुन रही हो न तुम” का विमोचन कुलपति प्रो. डॉ. केजी सुरेश, साहित्यकार एवं पूर्व प्रशासनिक अधिकारी श्री मनोज श्रीवास्तव एवं वरिष्ठ पत्रकार व साहित्यकार श्री पंकज शुक्ल द्वारा किया गया। पूर्व विद्यार्थी प्रकोष्ठ द्वारा सृजन श्रृंखला के अंतर्गत आयोजित इस कार्यक्रम में कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि जीवन में हॉबी होना चाहिए और रचनात्मकता हमेशा बनी रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रतिभाओं को मंच मिलना बहुत जरुरी है, ताकि वे आगे आ सकें और अपनी प्रतिभा दिखा सकें। विश्वविद्यालय प्रतिभाओं को हमेशा मंच देता है, जिससे वे आगे बढ़कर जीवन में नाम रोशन कर सकें। उन्होंने सुदर्शन की पुस्तक की प्रशंसा करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि, पूर्व प्रशासनिक अधिकारी एवं साहित्यकार श्री मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि कृष्ण-राधा, कृष्ण-मीरा प्रेम की कहानियां हमने सुनी है। प्रेम का आध्यात्मिक पक्ष सुदर्शन व्यास के काव्य संग्रह में दिखाई देता है। प्रकोष्ठ के सृजन श्रृंखला के माध्यम से युवाओं की रचनात्मकता को सामने लाने के लिए इस आयोजन की उन्होंने सराहना करते हुए बधाई दी। उन्होंने कहा कि ये काव्य संग्रह युवाओं को एक नई दिशा प्रदान करने में उपयोगी होगा।
इस अवसर पर विशेष अतिथि एवं वरिष्ठ पत्रकार पंकज शुक्ल ने कहा कि प्रेम केवल मृत्यु नहीं जीवन का परिचायक है। कविताएं भी यही संदेश देती है। कविताएं प्रेम को सकारात्मक ढंग से लेने का माध्यम है।
काव्य संग्रह के लेखक, पूर्व विद्यार्थी, साहित्कार एवं पत्रकार श्री सुदर्शन व्यास ने इस अवसर पर काव्य संग्रह का श्रेय परिवार एवं गुरुओं को देते हुए कहा कि उनका यह संग्रह युवाओं की भावनाओं को ध्यान में रखकर लिखा गया है।
माखनपुरम परिसर के विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग के सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम का संचालन अभिलाष ठाकुर एवं आभार प्रदर्शन पूर्व विद्यार्थी प्रकोष्ठ के समन्वयक परेश उपाध्याय ने किया। इस अवसर पर पुस्तक के लेखक सुदर्शन व्यास के माता-पिता, परिजन, मित्र, विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. (डॉ.) अविनाश वाजपेयी सहित शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।