देश में जल संस्कृति की आवश्यकता : कुलपति प्रो. केजी सुरेश
हल में ही सब समस्याओं का हल है – पद्मश्री उमाशंकर पांडेय
पत्रकारिता विश्वविद्यालय में सत्रारंभ 2023
पर्यावरण संरक्षण में मीडिया की भूमिका विषय पर हुआ विशेष व्याख्यान
भोपाल, 21 अगस्त, 2023: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में सत्रारंभ 2023 के अंतर्गत सोमवार को जलयोद्धा पद्मश्री उमाशंकर पांडेय का विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया। गणेश शंकर विद्यार्थी सभागार में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो (डॉ.) केजी सुरेश ने की। पर्यावरण संरक्षण में मीडिया की भूमिका विषय पर आयोजित व्याख्यान में प्रो. सुरेश ने कहा कि पर्यावरण की रिपोर्टिंग करते समय संतुलन बनाए रखना आवश्यक है। उन्होंने विद्यार्थियों को मध्यम मार्ग का पालन किए जाने पर बल दिया। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आपको एक्टिविस्ट नहीं, जर्नलिस्ट बने रहना है और दोनों पक्षों को दिखाना है। जनसंचार विभाग द्वारा आयोजित इस विशेष व्याख्यान में प्रो. सुरेश ने चेरापूंजी में पानी की कमी की बात करते हुए कहा कि पानी की एक-एक बूंद बहुत कीमती है, इसलिए हमें पानी का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए। देश में जल संस्कृति की आवश्यकता पर बल जताते हुए उन्होंने पर्यावरण को पाठ्यक्रम का हिस्सा होने की बात कही। प्रो. सुरेश ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण हमारा भविष्य है। उन्होंने कहा कि आज यदि हम पर्यावरण की रक्षा करेंगे तो पर्यावरण हमारी रक्षा करेगा।
जलयोद्धा पद्मश्री उमाशंकर पांडेय ने कहा कि जल में बहुत शक्ति है। जल चिकित्सा है। श्री पांडेय ने कहा कि श्रृष्टि में सब कुछ बनाया जा सकता है, लेकिन पानी नहीं बनाया जा सकता। वैज्ञानिक बादल नहीं बना सकते। उन्होंने किसान के हल का उदाहरण देते हुए कहा कि हल में ही सब समस्याओं का हल है। मीडिया में प्रवेशित विद्यार्थियों को शिक्षकों का सम्मान करने की बात कहते हुए श्री पांडेय ने कहा कि पत्रकार को सब कुछ आना चाहिए। उसे सभी विषयों का जानकार होना चाहिए। जलयोद्धा श्री पांडेय ने विनाशकारी विकास नहीं करने की बात की, साथ ही कहा कि यदि सड़क बन रही और पेड़ बीच सड़क में आ रहा है तो उसे काटने की बजाय दूसरी जगह शिफ्ट किया जाना चाहिए। उन्होंने इस संबंध में आस्ट्रेलिया का उदाहरण दिया। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सफलता एक दिन में नहीं मिलती, लेकिन एक दिन जरुर मिलती है। विषय प्रवर्तन सहायक प्राध्यापक लाल बहादुर ओझा ने किया। जनसंचार विभाग द्वारा आयोजित इस विशेष व्याख्यान में विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. आरती सारंग, कुलसचिव डॉ अविनाश वाजपेयी, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।