युवा पीढ़ी की क्षमता को अनलॉक करने की शक्ति है शिक्षकों के पास : प्रो केजी सुरेश
यूएनएफपीए का उद्देश्य भारत के भीतर मौजूद शक्ति को खोलना और उजागर करना : एंड्रिया वोजनार
पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय और संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के बीच एमओयू
भोपाल, 04 मई, 2023: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय और संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) ने राज्य में सतत् विकास लक्ष्यों के एजेंडे को आगे बढ़ाने में दीर्घकालिक सहयोग और साझेदारी स्थापित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। सहयोग का मुख्य उद्देश्य पत्रकारिता और संचार के युवा छात्रों को उन्मुख और संवेदनशील बनाने और उन्हें बढ़ाने के लिए पर ध्यान देने के साथ विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में जनसंख्या की गतिशीलता, किशोर विकास और कल्याण और लिंग संबंधी चिंताओं को संस्थागत और एकीकृत करना है। इन मुद्दों को प्रभावी ढंग से रिपोर्ट करना और संप्रेषित करना है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. के.जी. सुरेश, यूएनएफपीए के कंट्री डायरेक्टर सुश्री एंड्रिया वोजनार ने विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित एक भव्य समारोह में एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय यूएनएफपीए द्वारा चुना गया एकमात्र विश्वविद्यालय है, जो शोधार्थियों के साथ-साथ पत्रकार एवं छात्रों, संकाय सदस्यों को प्रशिक्षित करने के लिए उनके साथ सहयोग करता है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. के.जी. सुरेश ने अपनी प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि यह विश्वविद्यालय के लिए बहुत गर्व और सम्मान का क्षण है क्योंकि इससे छात्रों और संकाय सदस्यों को जनसंख्या और लैंगिक मुद्दों पर अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन तक पहुंच प्राप्त होगी। सुश्री एंड्रिया वोजनर, कंट्री डायरेक्टर यूएनएफपीए ने कहा कि पुरुष और महिलाएं समान जिम्मेदारियों और अवसरों को साझा करते हैं और नीति और संस्थागत स्तर पर एक वास्तविक स्थायी परिवर्तन व्यक्तियों के दृष्टिकोण और व्यवहार में बदलाव लाएगा। उन्होंने 8 बिलियन लाइव्स, इनफिनिट पॉसिबिलिटीज की केवल पांच प्रतियों में से एक प्रति प्रो. सुरेश को सौंपी। इस अवसर पर यूएनएफपीए के राज्य प्रमुख श्री सुनील थॉमस जैकब, उप प्रतिनिधि श्रीराम हरिदास, विश्वविद्यालय कुलसचिव प्रो. डॉ. अविनाश वाजपेयी, डीन अकादमिक डॉ. पी. शशिकला, विभागाध्यक्ष एवं संकाय सदस्य भी उपस्थित थे।