पॉडकास्टिंग में निवेश कर रहे हैं बड़े मीडिया संस्थान, ऑडियो मीडिया में होगी कंटेंट क्रियेटर की मांग : प्रो. केजी सुरेश
एमसीयू में पॉडकास्टिंग एवं लाइव स्ट्रीमिंग प्लेटफार्म आई-रेडियो ‘कर्मवीर‘ का शुभारंभ
भोपाल, 03 जनवरी, 2022: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में 3 जनवरी, 2022 को आई-रेडियो ‘कर्मवीर’ का शुभारंभ कुलपति प्रो. केजी सुरेश और प्रख्यात रेडियो विशेषज्ञ श्री श्रीधर राममूर्ति ने किया। इस इंटरनेट रेडियो से पहला प्रसारण दादा माखनलाल चतुर्वेदी की अमर कविता ‘पुष्प की अभिलाषा’ का किया गया। याद हो कि यह पुष्प की अभिलाषा का 100वां वर्ष है। विश्वविद्यालय इस कविता का शताब्दी वर्ष मना रहा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि यह ऐसा मंच बनेगा, जो विद्यार्थियों को आने वाले समय के लिए तैयार करेगा। देश में ही नहीं अपितु अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पॉडकास्टिंग में निवेश हो रहा है। बड़े मीडिया संस्थान अपने पॉडकास्ट प्लेटफार्म शुरू कर रहे हैं। इसका अर्थ यही है कि आने वाले समय में इस क्षेत्र में कंटेंट क्रियेटर की मांग रहेगी। एमसीयू के विद्यार्थी आई-रेडियो ‘कर्मवीर’ में कार्य करके ऑडियो सामग्री निर्माण का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों द्वारा निर्मित गुणवत्तापूर्ण सामग्री का प्रसारण रेडियो पर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही आई-रेडियो ‘कर्मवीर’ के माध्यम से तीनों परिसरों और सम्बद्ध अध्ययन संस्थाओं के विद्यार्थियों के लिए शैक्षणिक कार्यक्रमों का प्रसारण भी किया जाएगा। यह शैक्षणिक प्रसारण विद्यार्थियों के शिक्षण-प्रशिक्षण एवं ज्ञानार्जन में सहयोगी होगा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और कॉमनवेल्थ एजुकेशनल मीडिया सेंटर फ़ॉर एशिया, मीडिया सेंटर इग्नू अन्ना विश्वविद्यालय, आईआईटी रुड़की के पूर्व निदेशक श्री श्रीधर राममूर्ति ने कहा कि आज भारत में पॉडकास्टिंग सुनने का चलन बहुत बढ़ गया है। यही कारण हैं कि बड़े मीडिया संस्थान भी पॉडकास्टिंग कर रहे हैं। पॉडकास्टिंग का उपयोग सिर्फ मनोरंजन के लिए ही नहीं, बल्कि शैक्षणिक कार्यक्रमों के प्रसारण के लिए भी किया जा सकता है। वीडियो कंटेंट की अपनी सीमाएं होती हैं लेकिन उसकी अपेक्षा ऑडियो कंटेंट कम बाधाओं के साथ अधिक लोगों तक पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि आई-रेडियो ‘कर्मवीर’ पर न केवल रिकॉर्ड पॉडकास्टिंग सुने जा सकते हैं बल्कि लाइव प्रसारण भी संभव है। उम्मीद है कि पत्रकारिता के विद्यार्थी आई-रेडियो ‘कर्मवीर’ का लाभ उठाएंगे।
इस अवसर पर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग के अध्यक्ष प्रो. श्रीकांत सिंह ने कहा कि आई-रेडियो के अलावा विश्वविद्यालय के विशनखेड़ी स्थित नवीन परिसर में सामुदायिक रेडियो ‘कर्मवीर’ की स्थापना भी की जाएगी। इसके लिए आवश्यक कार्यवाही पूरी हो चुकी है। इसके माध्यम से विद्यार्थियों को रेडियो प्रसारण का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
संस्थापक महानिदेशक श्री राधेश्याम शर्मा के नाम पर सभागार का नामकरण:
विश्वविद्यालय में पंचम तल स्थित सभागार का नाम संस्थापक महानिदेशक स्वर्गीय राधेश्याम शर्मा के नाम पर किया गया। इस अवसर पर उनके परिजन श्री हर्ष शर्मा उपस्थित रहे। कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि राधेश्याम जी ने इस विश्वविद्यालय की मजबूत नींव रखी है। पत्रकारिता विश्वविद्यालय की संकल्पना को साकार करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। सभागार का नामकरण स्वर्गीय राधेश्याम जी के नाम पर करके हम उनके प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित कर रहे हैं।
कार्यक्रम का समन्वय एवं संचालन नवीन मीडिया प्रौद्योगिकी विभाग की अध्यक्ष प्रो. पी. शशिकला ने किया और आभार व्यक्त कुलसचिव प्रो. अविनाश वाजपेयी ने किया। इस अवसर पर राजधानी के गणमान्य नागरिक एवं विश्वविद्यालय के शिक्षक उपस्थित रहे।