एमसीयू के फिल्म प्रोडक्शन पाठ्यक्रम में मेरिट प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को मिलेगा ‘डॉ. अनिल चौबे गोल्ड मेडल’
एमसीयू में शुरू होगा फिल्म अध्ययन विभाग : प्रो. केजी सुरेश
स्वर्गीय डॉ. अनिल चौबे के जन्मदिन प्रसंग पर उनकी पत्नी एवं सेवानिवृत्त जज आराधना चौबे ने की पुरस्कार की घोषणा
भोपाल, 15 जुलाई, 2021: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के एमएससी फिल्म प्रोडक्शन के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम की प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को ‘डॉ.अनिल चौबे गोल्ड मेडल’ एवं 21 हजार रूपये का नकद पुरस्कार दिया जायेगा। विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव डॉ. अनिल चौबे की स्मृति में गोल्ड मेडल दिए जाने की घोषणा उनके जन्मदिन के प्रसंग पर सेवानिवृत्त न्यायाधीश एवं उनकी पत्नी आराधना चौबे ने की। इस अवसर पर कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने विश्वविद्यालय में अलग से ‘फिल्म अध्ययन विभाग’ की स्थापना करने की घोषणा की।
सेवानिवृत्त न्यायाधीश आराधना चौबे ने पति डॉ. अनिल चौबे को याद करते हुए बताया कि वे अकसर कहते थे- “जितना भला हो सकता है, करो और समय के साथ चलो”। सैन्य विज्ञान के प्राध्यापक होने के साथ फिल्म, पत्रकारिता एवं छायांकन में भी उनकी गहरी रुचि थी। वे चाहते थे कि भारतीय फिल्मों को विश्व में पहचान मिले। इसके लिए प्रतिभाशाली युवाओं को इस क्षेत्र में आगे लाने की आवश्यकता है। इसलिए फिल्म विषय से जुड़े विद्यार्थियों को सहयोग देने और प्रोत्साहित करने के लिए गोल्ड मेडल देने का निर्णय लिया है। इस अवसर पर डॉ. चौबे की बेटी आकांक्षा चौबे ने कहा कि छात्रों को पढ़ाते समय वे फिल्म के हर पहलू पर व्यवहारिक और सैद्धांतिक जानकारी देते थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि विश्वविद्यालय में हर वर्ग के छात्रों के प्रोत्साहन के लिए लगातार पुरस्कार और छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती रही हैं। चौबे जी की याद में फिल्म विषय के छात्रों को दिए जाने वाले इस मेडल से भी छात्र प्रोत्साहित होंगे। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार डॉ. चौबे के व्यक्तित्व एवं कृतित्व को नयी पीढ़ी तक पहुँचाने का भी एक माध्यम बनेगा।
इससे पूर्व श्री रामप्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि डॉ. चौबे ने अविभाजित मध्यप्रदेश में शिक्षण के कार्य को लगन के साथ किया। वे कानून विषय के भी अच्छे जानकार थे। उन्होंने अनेक शैक्षणिक संस्थाओं की स्थापना एवं विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। कार्यक्रम का संचालन डीन अकादमिक प्रो. पी. शशिकला ने किया, स्वागत भाषण कुलसचिव प्रो. अविनाश वाजपेयी और आभार ज्ञापन विभागाध्यक्ष पवित्र श्रीवास्तव ने किया।