एडिटिंग सिनेमैटिक की बैकबोन है – अनिमेश सहाय
एडिटिंग सिनेमैटिक की बैकबोन है – अनिमेश सहाय सही एडिटिंग कहानी को गुणवत्तापूर्ण बनाती है – डॉ. चंदन गुप्ता शूटिंग में हाथ खुले रहते है जबकि एडिटिंग में हाथ बंधे रहते है – पी. के. निगम एमसीयू में सिनेमैटिक कम्युनिकेशन पर एफडीपी प्रोग्राम भोपाल, 17 जून, 2021: एमसीयू में सिनेमैटिक कम्युनिकेशन पर रहे एफडीपी प्रोग्राम के अंतर्गत…