जनजाति क्षेत्र में संचार के माध्यम विकसित करने में सहयोग करेगा पत्रकारिता विश्वविद्यालय : प्रो. केजी सुरेश
पत्रकारिता विश्वविद्यालय में आया गोंडवाना विश्वविद्यालय का प्रतिनिधि मंडल, अकादमिक एक्सचेंज और पाठ्यक्रम विकसित करने के लिए सहयोग पर बनी सहमति
भोपाल, 23 अक्टूबर, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में दो दिन के प्रवास पर गोंडवाना विश्वविद्यालय, गढ़चिरोली (महाराष्ट्र) का प्रतिनिधि मंडल आया। प्रतिनिधि मंडल ने कुलपति प्रो. केजी सुरेश से मुलाकात की और भारत के सबसे पुराने एवं बड़े विश्वविद्यालय के साथ अकादमिक सहयोग पर विस्तार से चर्चा की। दोनों विश्वविद्यालयों के बीच अकादमिक एवं स्टूडेंट एक्सचेंज और पाठ्यक्रम विकसित करने हेतु आपसी सहयोग की सहमति बनी है। जल्द ही दोनों विश्वविद्यालय एक एमओयू पर हस्ताक्षर करेंगे।
एमसीयू पहला विश्वविद्यालय है, जहाँ गोंडवाना विश्वविद्यालय, गढ़चिरोली (महाराष्ट्र) का प्रतिनिधि मंडल इंस्टीट्यूशनल डेवलपमेंट प्रोग्राम और अकादमिक सहयोग की दृष्टि से भ्रमण पर आया है। उल्लेखनीय है कि गोंडवाना विश्वविद्यालय अनुसूचित जनजाति और सघन वन्य क्षेत्र में संचालित है। विश्वविद्यालय का प्राथमिक उद्देश्य अनुसूचित जनजाति क्षेत्र में शिक्षा का प्रसार करना है। कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा है कि जनजाति क्षेत्रों में संचार के पाठ्यक्रम एवं माध्यमों को स्थापित करने में एमसीयू पूरा सहयोग करेगा। वहीं, गोंडवाना विश्वविद्यालय के निदेशक प्रो. मनीष डी. उत्तरवार ने कहा कि यह एमसीयू में दो दिवसीय अकादमिक प्रवास सफल रहा। अनुसूचित जनजाति और वन्य क्षेत्र में अकादमिक सहयोग के लिए दोनों संस्थाओं के बीच कुछ बिन्दुओं पर सहमति बनी है, जिनमें पाठ्यक्रम निर्माण, शिक्षकों का प्रशिक्षण, विद्यार्थी विनिमय कार्यक्रम (स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम), आउटरीच प्रोग्राम और आधारभूत संरचना विकास के क्षेत्र शामिल हैं। प्रतिनिधि मंडल में गोंडवाना विश्वविद्यालय के अभ्यास मंडल के सदस्य श्री मंगेश इंदपवार भी शामिल रहे। प्रतिनिधि मंडल ने अकादमिक और प्रशासनिक विभागों के प्रमुखों से चर्चा कर विभागों की कार्यशैली और पाठ्यक्रम संबंधी जानकारी ली। बिशनखेड़ी में आधुनिक सुविधाओं के साथ विकसित हो रहे विश्वविद्यालय के नये परिसर का भ्रमण भी प्रतिनिधि मंडल ने किया। इस दौरान कुलसचिव प्रो. अविनाश वाजपेयी भी मौजूद रहे।