डिजिटल माध्यम की सूचनाओं पर भरोसा बड़ी चुनौती– कुलपति तिवारी
एमसीयू में ‘सोल यूसर मीट 2020 का आयोजन
भोपाल, सोमवार, 02 मार्च, 2020: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में ‘सोल यूसर मीट 2020 का आयोजन किया गया। इस एक दिवसीय मीट में मध्यप्रदेश के शासकीय एवं निजी महाविद्यालयों,विश्वविद्यालयों के पुस्तकालयाध्यक्ष, लाइब्रेरी प्रोफेशनल्स शामिल हुए। कार्यक्रम का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति श्री दीपक तिवारी, शासकीय महाविद्यालय नरेला की प्राचार्य डॉ.वीणा मिश्रा, इनफ्लीबनेट गांधीनगर के सीनियर साइनटिस्ट श्री यात्रिक पटेल एवं श्री एच.जी. होसामनी ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। कुलपति श्री दीपक तिवारी ने अपने वक्तव्य में कहा कि विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी गुणवत्ता की दिशा में लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि किताबों के मामले में आज का एक युवा वर्ग डिजिटल माध्यम की ओर बढ़ रहा है। श्री तिवारी ने कहा कि आज का युवा किताबों की जगह डिजिटल माध्यम से आई सूचनाओं पर ज्यादा भरोसा कर रहा हैं जो कि एक बड़ी चुनौती है। पत्रकारिता पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि लोकतंत्र एवं पत्रकारिता एक ही सिक्के के दो पहलू है। उन्होंने भारत की विविधताओं को देश की पहचान बताया।
मीट में इनफ्लीबनेट गांधीनगर के सीनियर साइनटिस्ट श्री यात्रिक पटेल ने सोल 2.0 एवं इसके नए वर्जन 3.0 पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि 2.0 साफ्टवेयर अभी प्रदेश के 300 से ज्यादा शासकीय महाविद्यालयों, एवं विश्वविद्यालयों की लाइब्रेपरी में प्रयोग में लाया जा रहा है। इसकी तकनीकी समस्याओं पर उन्होंने प्रकाश डाला, साथ ही सोल के नए वर्जन 3.0 की भी जानकारी देते हुए इस पर विशेष तौर पर चर्चा की। कार्यक्रम में शासकीय महाविद्यालय नरेला की प्राचार्य डॉ.वीणा मिश्रा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, डॉ. श्रीकांत सिंह, डॉ. राखी तिवारी, डॉ.संजीव गुप्ता, डॉ.सी.पी. अग्रवाल, डॉ. सुनीता द्विवेदी, परीक्षा नियंत्रक डॉ.राजेश पाठक, पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. आरती सारंग, निदेशक प्रवेश- डॉ. अनुराग सीठा, एवं कुलसचिव दीपेन्द्र सिंह बघेल विशेष रुप से उपस्थित थे। मीट का आयोजन माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, शासकीय महाविद्यालय नरेला एवं इनफ्लीबनेट गांधीनगर के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया था। आभार प्रदर्शन शासकीय महाविद्यालय नरेला के पुस्तकालाध्यक्ष डॉ. राकेश खरे ने किया।