इनोवेशन सबसे बड़ा मंत्र – पी. नरहरि
पत्रकारिता विश्वविद्यालय में दो दिवसीय संगोष्ठी का समापन
भोपाल, शुक्रवार, 23 नवम्बर, 2019: स्टार्ट अप में इनोवेशन सबसे बड़ा हथियार है। दरअसल इनोवेशन ही सबसे बड़ा मंत्र है। आप जो भी काम करते हैं उसमें सरलता और सहजता का होना जरुरी है। ये बात जनसंपर्क आयुक्त श्री पी. नरहरि ने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में मीडिया प्रबंधन विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय सेमीनार के समापन अवसर पर कही। मैनेजमेंट विषय पर उन्होंने कहा कि इसे बोरिंग सब्जेक्ट की बजाय इनोवेटिव रुप में लेना चाहिए। मीडिया बिजनेस को प्रबंधन से जोड़ते हुए नरहरि ने कहा कि इससे मिनिमन रिसोर्स के साथ मैक्सिमम आउटपुट मिलता है। मीडिया बिजनेस रणनीति पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि आज के दौर की फिल्में रीलिज होने से पहले ही डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से अपनी अधिकतर कमाई कर लेती हैं। विश्वविद्यालय के कुलपति श्री दीपक तिवारी ने विद्यार्थियों से पी.नरहिर के जीवन से शिक्षा लेने की बात कही। इस दौरान न्यूज कैप्शूल “ज्ञानवाणी “ एवं विभागीय मासिक पत्रिका “संवाद कुंज” एवं हाउस जर्नल मैगजीन “कार्पोरेट कम्युनीश ” का भी विमोचन भी किया गया।
ई- कामर्स युनिवर्सिटी डॉट कॉम के डायरेक्टर श्री मुनीश अली ने कहा कि हमें नकल नहीं करना, बल्कि अपनी पहचान खुद बनाना चाहिए । ई-कामर्स आंत्रप्रेन्योरशिप विषय पर बोलते हुए कहा कि कभी भी किसी के पास जाकर कुछ भी पूछने से डरना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी स्टार्टअप के असफल होने पर हमें निराश नहीं होना चाहिए । लेखक एवं थियेटर आर्टिस्ट श्री संजय शर्मा ने कहा कि आप सीखने के लिए तैयार रहे। उन्होंने विद्याथियों को विश्वविद्यालय का ब्रांड एंबेसेडर बताते हुए कहा कि ट्रस्ट इस द ट्रम्प कार्ड। शर्मा ने कहा कि आपके संचार में प्रभाव होना चाहिए। कंटेन्ट पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि वह बहुत ही प्रभावशाली होने के साथ ही स्पष्ट पर भी होना चाहिए। कार्पोरेट सेक्टर में इन्टेंशन पर भी उन्होंने बहुत सारगर्भित बात कही। इसके साथ उन्होंने कहा कि आपकी परिपक्वता, समझ, सीख ही कार्पोरेट में आपके पद (स्टेटस) को निर्धारित करती है।
मध्यप्रदेश नाट्य विद्यालय के डायरेक्टर श्री आलोक चटर्जी ने कहा कि अभावों में जिसने जीना सीख लिया वह विश्वविजेता होगा। विश्वविद्यालय को अपनी मां बताते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी कार्य के प्रति समर्पण होना जरुरी है। दैनिक भास्कर डिजिटल के डिप्टी एडीटर श्री कमलेश माहेश्वरी ने कहा कि मार्केट को पहचानना जरुरी है और यही मैनेजमेंट है। उन्होंने विभिन्न प्रकार के एप्प से बारे में चर्चा करते हुए कहा कि आज ये हमारी जिंदगी को कंट्रोल कर रहे हैं। सेमीनार के समापन अवसर कुलाधिसचिव डॉ. श्रीकांत सिंह, विभागाध्यक्ष डॉ. सीपी अग्रवाल, डॉ, राखी तिवारी, डॉ. सुनीता द्विवेदी, डॉ. प्रोफेसर डॉ. कंचन भाटिया, डॉ.मणि नायर, डॉ. कपिल राज चंदौरिया, सुश्री मनीषा वर्मा, आरती जोशी, सुधांशु काटदरे, अंकिता शर्मा, कृति जोशी एवं विभाग के विद्यार्थी विशेष रुप से उपस्थित थे।