पत्रकार बनें, जज नहीं : सौरभ द्विवेदी
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में
‘डिजिटल मीडिया में चुनाव रिपोर्टिंग’ पर व्याख्यान और ‘फेक न्यूज’ पर कार्यशाला आयोजित
भोपाल, 09 मई, 2019: डिजिटल मीडिया के पत्रकार सौरभ द्विवेदी ने कहा कि चुनाव की रिपोर्टिंग के लिए वह अनेक जगह गए हैं। चुनाव रिपोर्टिंग के दौरान उन्होंने अनुभव किया कि देश के नागरिक उम्मीदों से भरे हुए हैं। वह वोट के लिए इंतजार करते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे बदलाव होगा। वहीं, दूसरी ओर वह लोग हैं जो वोटिंग के अवसर पर पिकनिक मनाने चले जाते हैं। भारत की यह दो तस्वीरें हमारे सामने हैं। उन्होंने कहा कि रिपोर्टिंग के दौरान हमें सिर्फ पत्रकारिता करनी चाहिए, जज नहीं बनना चाहिए। हमें ध्यान रखना चाहिए कि जब हम किसी को जज करते हैं, तब कोई हमें भी जज कर रहा होता है। इस अवसर पर कुलपति श्री दीपक तिवारी उपस्थित रहे।
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में ‘डिजिटल मीडिया में चुनाव रिपोर्टिंग’ पर आयोजित विशेष व्याख्यान में ‘द लल्लनटॉप’ वेबसाइट के संपादक श्री द्विवेदी ने कहा कि पत्रकारिता एक जिम्मेदारी का काम है। पत्रकार को एक जिंदगी में कई जिंदगियां जीने का मौका मिलता है। उन्होंने कहा कि सरकार के अच्छे काम की प्रशंसा करने पर या सरकार के गलत काम की आलोचना करने पर पत्रकारों को लेबल लगा दिया जाता है। नियमित अध्ययन के महत्व को बताते हुए उन्होंने कहा कि लोटा पीतल का हो या सोने का, उसे लगातार मांजना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हम बेहतर इंसान बने तो पत्रकार बन ही जाएंगे। पत्रकार के भीतर करुणा का भाव होना बहुत आवश्यक है। श्री द्विवेदी ने चुनाव रिपोर्टिंग के दौरान किए जाने वाले फेसबुक लाइव के महत्व को भी बताया और अपने अनेक अनुभव विद्यार्थियों के साथ साझा किए।
इस अवसर पर उनके सहयोगी निखिल वाथ ने ‘फेक न्यूज’ पर कार्यशाला को संबोधित किया। इसमें उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर अफवाह ज्यादा खतरनाक है। हमें वही बात सोशल मीडिया पर पोस्ट करनी चाहिए, जो किसी को हम असल जिंदगी में कह सकें। इस कार्यशाला में उन्होंने विद्यार्थियों को फेक न्यूज को पहचानने और उसे रोकने के टिप्स दिए। कई मीडिया संस्थान फैक्ट चैकिंग पर काम कर रहे हैं। कार्यक्रम का संचालन विद्यार्थी विभव देव शुक्ला ने किया।